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भारत के 7 आश्रम, जहां ठहर सकते हैं मुफ्त में

भारत के 7 आश्रम, जहां ठहर सकते हैं मुफ्त में : उत्तराखंड का ऋषिकेश एक ऐसी जगह है, जहां हर महीने लाखों सैलानी घूमने के लिए आते हैं। इसलिए, अगर आप भी ऋषिकेश घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो गीता भवन में मुफ्त में ठहर सकते हैं। ऋषिकेश वास्तव …

By Hindi News 24x7 - News Editor
Last Updated: 21 Dec, 2024
भारत के 7 आश्रम, जहां ठहर सकते हैं मुफ्त में

भारत के 7 आश्रम, जहां ठहर सकते हैं मुफ्त में : उत्तराखंड का ऋषिकेश एक ऐसी जगह है, जहां हर महीने लाखों सैलानी घूमने के लिए आते हैं। इसलिए, अगर आप भी ऋषिकेश घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो गीता भवन में मुफ्त में ठहर सकते हैं। ऋषिकेश वास्तव में एक बेहद सुंदर जगह है। यहां कई आश्रम हैं, और नदी के किनारे स्थित गीता भवन में ठहरने की बहुत अच्छी व्यवस्था है। इस आश्रम में 1000 से ज्यादा कमरे हैं, और यहां रुकने के लिए आपको कोई पैसा नहीं देना पड़ता। आश्रम में लक्ष्मी नारायण मंदिर, एक आयुर्वेदिक विभाग, और एक पुस्तकालय भी है। यहां आने वाले अतिथि शुद्ध शाकाहारी भोजन का आनंद ले सकते हैं।

ऋषिकेश में बसे इस आश्रम की अपनी अलग कहानी है। यह आश्रम और संस्थान स्वस्थ जीवनशैली के लिए शरीर और मन के उपचार के लिए कोर्स उपलब्ध कराता है। स्वयंसेवी कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर कोई भी यहां मुफ्ते में ठहरने की सुविधा का लाभ ले सकता है। यहां आपको विदेश से आए लोगों के बीच रहने और उनसे बातचीत करने का मौका भी मिलेगा। अच्छी बात यह है कि आश्रम स्वयंसेवी गतिविधियों में भाग लेने वालों को सम्मान प्रमाण पत्र भी प्रदान करता है।

आनंदाश्रम केरल की हरी-भरी हरियाली के बीच एक बहुत ही सुुंदर आश्रम है। यहां आकर आप वास्तव में एक अलग ही शांति का अनुभव करेंगे। यहां आप पक्षियों की चहचहाहट सुन सकते हैं। सबसे अच्छी बात है कि यहां आपको एकदम घर जैसा कम मसाले वाला भोजन खाने को मिलेगा। वो भी बिना कोई कीमत चुकाए । यह आश्रम पूरी तरह से देहाती शैली में बना हुआ है। चारों तरफ प्रकृति से घिरा होने के कारण पर्यटक यहां आकर सुकून पाते हैं।

अक्सर आपने तस्वीरों में काले रंग के पत्थर की शिवजी की विशाल मूर्ति देखी होगी। दरअसल, मूर्ति स्थापित है कोयंबट्टर के ईशा फाउंडेशन में। वेल्लियांगिरी पहाड़ों से घिरा यह सद्गुरू का आध्यात्मिक केंद्र है। इसके बैकग्राउंड को कभी आप ध्यान से देखें, तो आपको प्राचीन पहाड़ों के साथ आदियोगी शिव की विशाल मूर्ति देखने को मिलेगी। इस आश्रम में आने वाले आगुंतकों के लिए सभी सेवा निशुल्क है। ईशा फाउंडेशन में खाने-पीने और ठहरने की उचित व्यवस्था की गई है। खासकर, महाशिवरात्रि के अवसर पर जश्न और उत्स्व जैसा माहौल रहता है। ।

तिरूवन्नामलाई की पहाड़ियों में स्थित इस आश्रम में श्री भगवान का विशाल मंदिर है। आश्रम में एक बहुत बड़ा बगीचा और एक लाइब्रेरी है। श्री भगवान के भक्तों को यहां ठहरने के लिए कोई किराया नहीं देना पड़ता। फायदे की बात यह है कि यहां आप शुद्ध शाकाहारी भोजन का आनंद ले सकते हैं। उन्हें अपनी यात्रा से कम से कम छह सप्ताह पहले यहां ठहरने के लिए बुकिंग करानी होती है।

भारत के हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में हर दिन हजारों लोग घूमने के लिए जाते हैं। ऐसे में अगर आप भी आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश की मणिकर्ण जगह घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यहां मौजूद गुरुद्वारा मणिकरण साहिब में फ्री में ठहर सकते हैं। यहां ठहरने या खाना खाने के लिए आपको पैसा नहीं देना होता है। कहा जाता है कि यहां सुबह-शाम लंगर का व्यवस्था किया जाता है जहां कोई भी खाने के लिए जा सकता है।

आर्ट ऑफ लिविंग के आश्रम बेंगलुरु, ऋषिकेश, केरल, पुणे, असम और नागपुर जैसे शहरों के अलावा भारत में हर जगह हैं। उनके स्वयंसेवी कार्यक्रम को सेवा और योग फ़ेलोशिप कहा जाता है। यहां रहने वाले स्वयंसेवक को विभिन्न अवसरों में प्रतिदिन कम से कम 5 घंटे सेवा प्रदान करनी होती है। इन कार्यों के अंतर्गत हाउसकीपिंग, सामग्री डेवलपर, आउटरीच गतिविधियां, अतिथि सेवाएं, जैविक फार्म और बागवानी, भोजन सेवाएं और लंबी पैदल यात्रा शामिल है। ये केंद्र स्वयंसेवकों के लिए आवास और भोजन प्रदान करता है। निजी बाथरूम और पौधों पर आधारित शाकाहारी भोजन के साथ कमरे दिये जाते हैं।

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