रिश्तों में आया नया ट्रेड – कमाल हैं फायदे :आज के डिजिटल युग में डेटिंग का तरीका तेजी से बदल रहा है. ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स और सोशल मीडिया ने लोगों को नए और अनोखे तरीकों से जुड़ने का मौका दिया है. इन्हीं बदलावों के बीच एक नया ट्रेंड उभरकर सामने आया है जिसे “रीवर्स कैटफिशिंग” कहा जा रहा है. यह शब्द जितना दिलचस्प है, इसका मतलब भी उतना ही खास है. दरअसल, रीवर्स कैटफिशिंग केवल एक ट्रेंड नहीं, बल्कि रिश्तों को समझने और उन्हें सही दिशा में आगे बढ़ाने का नया तरीका है. यह हमें सिखाता है कि असली कनेक्शन केवल दिखावे से नहीं, बल्कि दिल और दिमाग की सच्चाई से बनता है. आइए, जानते हैं कि आखिर रीवर्स कैटफिशिंग क्या है और क्यों कपल्स इसे पसंद कर रहे हैं।
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क्या है रीवर्स कैटफिशिंग
रीवर्स कैटफिशिंग का मतलब है खुद को जानबूझकर अपनी प्रोफाइल पर कम आकर्षक दिखाना, जिससे कोई इंसान आपके असली व्यक्तित्व को जान सके. इसमें लोग अपनी प्रोफाइल पर अपनी सबसे अच्छी फोटो लगाने के बजाय सामान्य या थोड़ी अनफ़िल्टर्ड तस्वीरें लगाते हैं. उनका मकसद होता है कि जो भी इंसान उसके पास आए वह अधिक उम्मीद लेकर न आए और उसे खामियों के साथ स्वीकारे, न कि केवल बाहरी खूबसूरती के आधार पर।
कैसे अलग है ये ट्रेंड?
रीवर्स कैटफिशिंग दरअसल, ट्रेडिशनल कैटफिशिंग से बिल्कुल उलट है. कैटफिशिंग में लोग अपनी झूठी पहचान बनाकर दूसरों को धोखा देते हैं. लेकिन रीवर्स कैटफिशिंग में इंसान अपनी पहचान को ईमानदारी और सादगी के साथ पेश करता है. इसमें कोई दिखावा नहीं होता, बल्कि यह एक वास्तविकता को अपनाने और सही कनेक्शन बनाने का एक प्रयास है ।
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क्यों कपल्स कर रहे हैं इसे पसंद?
रीवर्स कैटफिशिंग का ट्रेंड कपल्स के बीच इसलिए पॉपुलर हो रहा है क्योंकि यह रिश्तों में पारदर्शिता और भरोसे पर टिका होता है. इसमें लोग आपको आपकी असली पहचान के साथ स्वीकार करते हैं और फिर ही आपकी ओर आने का निर्णय लेते हैं.दरअलस, इंटरनेट पर टेडिंग ऐप पर लोग फिल्टर्ड फोटो लगाते हैं जबकि रीऐलिटी में वे बिल्कुल अलग पहचान के होते हैं. जिस वजह से उनके रिश्ते की शुरुआत ही धोखे से होती है और अंत भी तुरंत हो जाता है।