एलओसी पर फिर बमबारी, पाकिस्तान की नापाक हरकतें जारी : भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (LOC) पर तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। पाकिस्तान पिछले 14 दिनों से लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है, जिससे हालात बेहद चिंताजनक बन गए हैं। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, इस गोलीबारी में अब तक 13 नागरिकों की जान जा चुकी है और 59 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 44 घायल सिर्फ पुंछ जिले से हैं, जो इस बात का संकेत हैं कि पाकिस्तान की ओर से जानबूझकर आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है।
भारत की जवाबी कार्रवाई और पाकिस्तान की बौखलाहट
भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट खुलकर सामने आ रही है। भारतीय सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान अपने पुराने रवैये से बाज नहीं आ रहा। एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ से लगातार छोटे हथियारों और भारी तोपों से फायरिंग की जा रही है, जिससे सीमावर्ती इलाकों के नागरिकों में दहशत का माहौल है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ी गोलीबारी
सैन्य सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना द्वारा हाल ही में चलाए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की घटनाओं में तेज़ी आई है। माना जा रहा है कि यह ऑपरेशन पाकिस्तान की सीमा पार की गतिविधियों के खिलाफ एक सख्त संदेश था, जिसके बाद वह बौखलाहट में आ गया है।
7 और 8 मई की मध्य रात्रि में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में भारी गोलीबारी की। इन हमलों में छोटे हथियारों के साथ-साथ तोपों का भी इस्तेमाल किया गया। सेना के अधिकारियों का कहना है कि भारतीय जवान पूरी मजबूती के साथ जवाब दे रहे हैं और किसी भी तरह की घुसपैठ या खतरे को तुरंत निष्क्रिय कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका
भारत ने इस मामले में अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भी खींचा है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की इन हरकतों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि नागरिकों को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का घोर उल्लंघन है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से अपील की है कि वे पाकिस्तान पर दबाव बनाएं ताकि सीजफायर का सम्मान किया जाए और शांति की बहाली सुनिश्चित हो सके।