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रईस टप्पेबाज़ों ने बेच डाली सरकारी जमीन

देहरादून : शहर के रसूखदार लोगो व होटल संचालक ने गिरोहबद्ध होकर नगर निगम की जमीन बेच डाली और मात्र 20 लाख में कब्जा भी दे दिया । इस फर्जीवाड़े में शहर के रसूखदार परिवार से ताल्लुक रखने वाले मंजोत गुलियानी जो होटल सुंदर पैलेस के मालिक है वो भी …

By Hindi News 24x7 - News Editor
Last Updated: 24 Jul, 2024
रईस टप्पेबाज़ों ने बेच डाली सरकारी जमीन

देहरादून : शहर के रसूखदार लोगो व होटल संचालक ने गिरोहबद्ध होकर नगर निगम की जमीन बेच डाली और मात्र 20 लाख में कब्जा भी दे दिया ।

इस फर्जीवाड़े में शहर के रसूखदार परिवार से ताल्लुक रखने वाले मंजोत गुलियानी जो होटल सुंदर पैलेस के मालिक है वो भी इसमें आरोपी है ।

प्रार्थी प्रतीक गोयल पुत्र श्री अरुण कुमार गोयल निवासी  निरजंनपुर कावली देहरादून ने बताया की उनके  द्वारा मोजा डाण्डा लखण्ड में खाता सं0 131 खसरा न0 310 रकबा 80.03 वर्गमी० भूमि पूर्व उसके स्वामी आकांश पंवार पुत्र श्री पी0के0 पंवार निवासी 3/3 नेगी रोड डालनवाला देहरादून व मंजोत गुलयानी पुत्र चरनजीत सिंह निवासी 28/ A रेसकोर्स देहरादून द्वारा मुख्तारेआम बालेश कुमार पुत्र परम सिंह निवासी 181/1 राजपुर रोड नियर साई मन्दिर डाडा खोण्ड देहरादून से क्रय की थी । तथा शशिकान्त सिंघल S/O हरिकिशन सिंघल निवासी 61 बी पीठबाजार निकट इन्दु पैलेस न्यू मण्डी मु0नगर (उ0प्र0) का निवासी है।

इन सभी  ने एक साथ मिलकर भूमि क्रय की थी जिसका विवरण सब रजिस्टार कार्यालय देहरादून में बही सं0 1 जिल्द 5521 पृष्ठ 315 से 344 क्रमांक 1727 दिनांक 25.02.21 को दर्ज व अंकित है।

प्रार्थी के साथ उपरोक्त भूमि पर धोखाधड़ी के तहत भूमि की रकम ली है और भूमि मे धोखा करने पर प्रार्थी को अपनी रकम या भूमि देने का आग्रह किया है तो उपरोक्त सभी ने मना कर दिया है और प्रार्थी के साथ पूरी रकम को धोखे से लेना और नगर निगम की जमीन धोखे से देने पर सभी के खिलाफ रायपुर थाने मे एफआईआर दर्ज कराई।

जिसका संज्ञान  लेते हुए रायपुर थाना अध्यक्ष प्रदीप नेगी द्वारा धारा 420 के तहत इन सभी पर मुकदमा पंजीकृत किया गया।

लेकिन सवाल यह उठता हैं कि शहर के इतने रसूखदार परिवारों से ताल्लुक रखने वाले व्यक्ति इस मामले में नामजद हैं तो क्या ये जांच का विषय नहीं हैं के आखिर कितने और लोगों के साथ वो इस तरीके का फर्जीवाड़ा कर चुके होंगे?

कहीं सारी रसूखदारी फर्जीवाड़ों के द्वारा तो नहीं कमाई गई हैं?

यदि पुलिस गहनता से जांच करे तो न जाने ऐसे कितने और मामलों में कहीं यही रसूखदार शामिल न हो।

 

 

 

 

 

 

 

 

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