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न्यू हैम्पशायर में फैला जानलेवा वायरस,,जानें इससे कैसे बचें!

EEEV से बचाव के तरीके : हाल ही में न्यू हैम्पशायर में एक व्यक्ति की EEEV से संक्रमित होने की वजह से मौत हो गई। EEE infection यानी ईस्टर्न इक्विन एन्सेफलाइटिस मच्छरों से होने वाली एक बीमारी है जो दुर्लभ लेकिन बेहद गंभीर है। इससे संक्रमित हर तीन में से …

By Hindi News 24x7 - News Editor
Last Updated: 30 Aug, 2024
न्यू हैम्पशायर में फैला जानलेवा वायरस,,जानें इससे कैसे बचें!

EEEV से बचाव के तरीके :  हाल ही में न्यू हैम्पशायर में एक व्यक्ति की EEEV से संक्रमित होने की वजह से मौत हो गई। EEE infection यानी ईस्टर्न इक्विन एन्सेफलाइटिस मच्छरों से होने वाली एक बीमारी है जो दुर्लभ लेकिन बेहद गंभीर है। इससे संक्रमित हर तीन में से एक व्यक्ति की मौत जाती है।

चिंता की बात यह है कि इस बीमारी के लिए अभी तक कोई वैक्सीन या दवाई उपलब्ध नहीं है। बरसात के दिनों में मच्छरों से होने वाली बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं। डेंगू, मलेरिया, जीका, वेस्ट नाइल फीवर मच्छरों से होने वाली प्रमुख बीमारियां हैं, लेकिन हाल ही में न्यू हैम्पशायर में एक व्यक्ति की ईस्टर्न इक्विन एन्सेफलाइटिस वायरस (EEE वायरस या EEEV) संक्रमण से मौत हो गई। लोकल हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक व्यक्ति को इस वायरल इन्फेक्शन के लिए पॉजिटिव पाया गया था और उसे सीवियर सेंट्रल नर्वस सिस्टम की बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

इस मामले के सामने आने के बाद से ही इस इन्फेक्शन को लेकर लगातार चर्चाएं बनी हुई हैं। ऐसे में आज इस लेख में हम आपको बताएंगे क्या है EEEV और इसके लक्षण और कैसे करें इससे बचाव ।

जानिए क्या है EEEV?

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक स्टर्न इक्विन एन्सेफलाइटिस संक्रमण एक दुर्लभ लेकिन गंभीर बीमारी है। यह एक संक्रमित मच्छर के काटने से लोगों में फैलने वाले वायरस के कारण होता है।

जाने कितना खतरनाक है यह संक्रमण?

CDC का मानना है कि भले ही यह बीमारी दुर्लभ है, लेकिन बहुत गंभीर है। आंकड़ों से समझें तो ईस्टर्न इक्वाइन एन्सेफलाइटिस से पीड़ित लगभग 30% लोगों की मौत हो जाती है और कई जीवित बच जाते हैं, उन लोगों में न्यूरोलॉजिकल समस्याएं बनी रहती हैं।

वायरस के लक्षण

बुखार, सिरदर्द, उल्टी, दस्त, दौरे पड़ना, व्यवहार में बदलाव, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों का दर्द। 

गंभीर और जानलेवा होने की बावजूद अभी तक EEEV के लिए कोई वैक्सीन या एंटीवायरल इलाज मौजूद नहीं है। ऐसे में इससे बचने का एकमात्र उपाय इससे बचाव ही है।

EEEV से बचाव के तरीके 

EEEV को रोकने के उपाय डेंगू और मलेरिया जैसी अन्य मच्छर जनित बीमारियों यानी mosquito-borne disease को फैलने से रोकने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है।

 कैसे करें इस संक्रमण से बचाव

  • मच्छरों से बचने के लिए प्रभावी मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।
  • घर से बाहर जाने पर लंबी आस्तीन वाली शर्ट और पैंट पहनें।
  • जितना संभव हो, सुबह और शाम के समय बाहरी गतिविधियों को करने से बचें।
  • मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए अपने घर के आसपास पानी जमा होने से रोकें।
  • सुनिश्चित करें कि दरवाजों और खिड़कियों में बिना छेद वाली टाइट-फिटिंग स्क्रीन हों।
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