Menu
#News

महाकुंभ में पहली बार तैनात होंगे जर्मनी की बुलेट

महाकुंभ में पहली बार तैनात होंगे जर्मनी की बुलेट : महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और हरित महाकुंभ बनाने के लिए पहली बार इस मेले में ऑल टेरेन व्हीकल तैनात किया जा रहा है. यह व्हीकल मेला क्षेत्र में कहीं भी आग की घटना होने पर आम वाहनों के मुकाबले तेज …

By Hindi News 24x7 - News Editor
Last Updated: 23 Nov, 2024
महाकुंभ में पहली बार तैनात होंगे जर्मनी की बुलेट

महाकुंभ में पहली बार तैनात होंगे जर्मनी की बुलेट : महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और हरित महाकुंभ बनाने के लिए पहली बार इस मेले में ऑल टेरेन व्हीकल तैनात किया जा रहा है. यह व्हीकल मेला क्षेत्र में कहीं भी आग की घटना होने पर आम वाहनों के मुकाबले तेज गति से घटनास्थल पर पहुंच सकता है. इसके जल्दी पहुंचने से आग पर जल्द काबू पा सकेंगे. यह फायर एस्टींगुशर समेत तमाम अत्याधुनिक फायर सेफ्टी डिवाइसेज से लैस होगा. इसकी जो सबसे बड़ी खासियत है वह यह कि इसे रेत, दलदल और छिछले पानी में कहीं भी पूरी रफ्तार से दौड़ा सकते हैं. अग्निशमन विभाग के ट्रेंन्ड फायरकर्मी इस वाहन पर सवार होकर पूरे मेला क्षेत्र में आपात स्थितियों पर नजर रखेंगे।

जर्मनी से प्रयागराज पहुंचे चारों व्हीकल

उत्तर प्रदेश अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं (यूपी फायर सर्विसेज) की ओर से मेला क्षेत्र को जीरो फायर इंसिडेंट जोन बनाने की व्यापक तैयारी की गई है. ऑल-टेरेन व्हीकल उसी तैयारी का हिस्सा है. मुख्य अग्निशमन अधिकारी और महाकुंभ के नोडल अधिकारी प्रमोद शर्मा ने लोकल18 से बताया कि चार ऑल-टेरेन व्हीकल्स को जर्मनी से प्रयागराज लाया गया है. लगभग ढाई करोड़ की लागत वाले इन व्हीकल्स को सीएम योगी स्वयं हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

आग बुझाने की प्रभावी क्षमता

उन्होंने कहा कि इसमें नॉर्मल एस्टींगुशर के साथ एयर कंप्रेसर और वैमपैक फायर एस्टींगुशर भी है. इसमें गन से 9 लीटर तक पानी का छिड़काव किया जा सकता है. इसमें 8 लीटर पानी और एक लीटर केमिकल होता है जो छिड़काव के बाद फोम बन जाता है. फ्लोरीन-मुक्त फोम में आग बुझाने की प्रभावी क्षमता होती है. यह आग को तेजी से बुझा सकता है. यह ज्वलनशील तरल पदार्थ की आग को भी दबा सकता है और दोबारा आग लगने से रोक सकता है, जिससे यह पारंपरिक फोम का एक विश्वसनीय विकल्प बन जाता है।

भीड़भाड़ वाले इलाकों में आसान होगी पहुंच

आग से जुड़ी ज्यादातर बड़ी घटनाओं में कर्मियों को अक्सर भीड़भाड़ वाले इलाकों का सामना करना पड़ता है जिससे आग बुझाने के प्रयासों में बाधा आती है. उन इलाकों में दमकल गाड़ियों को ले जाना या उनको ऑपरेट करना मुश्किल होता है. इससे काफी समय बर्बाद होता है. नोडल अधिकारी ने कहा, “हम एक ऐसा समाधान चाहते थे जिससे हम भीड़भाड़ वाले इलाकों में जल्दी पहुंच सकें और तुरंत ऑपरेशन शुरू कर सकें. महाकुंभ में जब सभी क्षेत्रों में भारी भीड़ मौजूद रहेगी तब आपातकाल स्थितियों में यह वाहन चंद सेकेंड्स में घटनास्थल पर पहुंच सकेंगे. त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तेजी से चलने की क्षमता के साथ यह वाहन विभिन्न प्रकार की आग बुझाने में सक्षम होंगे।

खासियत और फीचर

यह वाहन रेत, कीचड़ और उबड़ खाबड़ इलाकों के साथ-साथ छिछले पानी में भी चलने में सक्षम है. रेत पर जब वाहन फंस जाता है तब यह बूस्ट मोड में काम करता है जिससे इसके चारों पहिए काम करने लग जाते हैं. यह मात्र 4 घंटे में ही चार्ज हो जाता है और 8 घंटे तक काम करता है. यह 60 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है।

Share This Article