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सनातन के आदर के बिना गंगा का सम्मान कैसे? बताये हरदा: चमोली

सनातन के आदर के बिना गंगा का सम्मान कैसे? : चमोली ने कहा कि समुदाय विशेष की तुष्टिकरण के लिए पूर्व सीएम हरीश रावत कई योजनाओं को अमल मे ला चुके हैं। एक और गंगा का सम्मान और दूसरी ओर हरदा आस्था की प्रतीक गंगा को नाला घोषित कर चुके …

By Hindi News 24x7 - News Editor
Last Updated: 22 Apr, 2025
सनातन के आदर के बिना गंगा का सम्मान कैसे? बताये हरदा: चमोली

सनातन के आदर के बिना गंगा का सम्मान कैसे? :  चमोली ने कहा कि समुदाय विशेष की तुष्टिकरण के लिए पूर्व सीएम हरीश रावत कई योजनाओं को अमल मे ला चुके हैं। एक और गंगा का सम्मान और दूसरी ओर हरदा आस्था की प्रतीक गंगा को नाला घोषित कर चुके है। मुस्लिम यूनिवर्सिटी उन्ही की पार्टी नेताओं ने खुलासा किया तो जुम्मे की नमाज की छुट्टी जैसे फैसले तुष्टिकरण की पराकाष्ठा थी।

उन्होंने कहा कि हरदा पर कांग्रेस को अपने परिवार की प्लेसमेंट एजेंसी बनाने का आरोप लगाया है। वहीं पलटवार किया कि कांग्रेस झूठ की शिकार हो या नहीं, लेकिन प्रदेश की जनता उनके सफेद झूठ को कभी स्वीकार नहीं करने वाली है।

सनातन के आदर के बिना गंगा का सम्मान कैसे

पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों द्वारा पूर्व सीएम हरीश रावत के बयानों पर पूछे गए सवालों का ज़बाब देते हुए कहा कि वे कांग्रेस में अपने बच्चों और रिश्तेदारों को स्थापित करने में ही लगे रहते हैं। उनके लिए पार्टी सिर्फ एक राजनीतिक प्लेसमेंट एजेंसी बन गई है और वहां वे अपने लोगों को ही तव्वजो देते हैं। लिहाजा हरीश रावत की यात्रा अपनी पार्टी को सबल करने की नहीं है बल्कि अपने बच्चों के राजनीतिक भविष्य को बल देने की यात्रा है।

उन्होंने कहा कि जो हरीश रावत कहते हैं कि कांग्रेस झूठ का शिकार हो गई है, तो उन्हें बताना चाहिए कि आखिर कौन था वो व्यक्ति जिसका बतौर सीएम स्टिंग हुआ था और किसने कहा था कि मेरी सरकार बचा लीजिए, बदले में में आपको पूरी छूट दे दूंगा। उनको न जाने क्यों ऐसा लगता है कि प्रदेश की जनता ये सब भूल गई है। जबकि चुनाव दर चुनाव उनकी हार इस बात की तस्दीक करती है कि लोगों ने उन्हें अमानत में ख़यानत के अपराध से अब तक बरी नहीं किया है।

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