उत्तराखंड में कुदरत का कहर, तीन जिलों में बारिश और ओलावृष्टि से हाहाकार : उत्तराखंड में मौसम का मिजाज आज भी बिगड़ा रहेगा। मौसम विभाग ने राज्य के तीन जिलों पिथौरागढ़, बागेश्वर और अल्मोड़ा में मध्यम से भारी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका जताई है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और हरिद्वार जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, पिथौरागढ़, बागेश्वर और अल्मोड़ा में आज दिन भर गर्जन के साथ तेज बारिश होने की संभावना है। 30 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। साथ ही कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की भी आशंका है, जो किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा सकती है।
ऑरेंज अलर्ट का मतलब
मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट यह संकेत देता है कि संबंधित क्षेत्र में मौसम का प्रभाव सामान्य से अधिक हो सकता है। इसका मतलब है कि प्रशासन को तैयार रहना चाहिए और लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। खासकर पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
येलो अलर्ट वाले जिले
राज्य के आठ अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसमें दून घाटी भी शामिल है, जहां हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। येलो अलर्ट का अर्थ है कि मौसम सामान्य से थोड़ा अधिक प्रभावशाली रहेगा, लेकिन जनजीवन पर भारी असर की संभावना कम रहती है। फिर भी सावधानी जरूरी है।
किसानों और यात्रियों के लिए चेतावनी
इस मौसम में विशेष रूप से किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है। ओलावृष्टि और भारी बारिश से खड़ी फसलें बर्बाद हो सकती हैं। वहीं, जो लोग पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा कर रहे हैं, उन्हें भी सावधानी बरतनी चाहिए। बारिश और भूस्खलन की वजह से सड़कें बंद होने की आशंका बनी हुई है।
प्रशासन की तैयारी
प्रशासन ने मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर आपदा प्रबंधन दलों को अलर्ट पर रखा है। स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाई जाए और जरूरत पड़ने पर राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमें तैनात की जाएं।
क्या करें और क्या न करें
अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर पहाड़ी और संवेदनशील क्षेत्रों में।
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे फसलों की सुरक्षा के उपाय करें।
बिजली के उपकरणों से दूरी बनाए रखें।
बारिश के दौरान पहाड़ी इलाकों में न जाएं।