Menu
#News

यूपी बीजेपी में सियासी हलचल,,बड़ा फैसला लेने की तैयारी.?

उत्तरप्रदेश : डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अपने बयानों को लेकर पहले से सियासी चर्चा का केंद्र बने हुए हैं. अब उनकी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हुई है, जिसके बाद सियासी अटकलें तेज हैं । उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की हार के बाद बीजेपी में …

By Hindi News 24x7 - News Editor
Last Updated: 17 Jul, 2024
यूपी बीजेपी में सियासी हलचल,,बड़ा फैसला लेने की तैयारी.?

उत्तरप्रदेश : डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अपने बयानों को लेकर पहले से सियासी चर्चा का केंद्र बने हुए हैं. अब उनकी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हुई है, जिसके बाद सियासी अटकलें तेज हैं ।

उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की हार के बाद बीजेपी में सियासी हलचल तेज है. राज्य में बीजेपी की लगातार हो रही बैठकों के बाद अब सियासी मुलाकातों ने अटकलों को हवा दे दी है।

यूपी की हार के बाद से ही पार्टी लगातार बैठक कर रही है. इस बैठक के बीच डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का दिल्ली दौरा काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।

बीते कुछ दिनों से यूपी बीजेपी में बदलाव की चर्चा तेज हो गई है. इस चर्चा के बीच केशव प्रसाद मौर्य दिल्ली दौरे पर हैं।

उन्होंने मंगलवार को अपने दिल्ली दौरे के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है. इस मुलाकात के अब मायने निकाले जाने लगें हैं।

माना जा रहा है कि अब प्रदेश स्तर पर जल्द ही कोई बड़ा ऐलान हो सकता है।

केशव प्रसाद मौर्य का यह दौरा और बीते कुछ दिनों में उनके बयान काफी सुर्खियों में रहे हैं. उनका यह दिल्ली दौरा ऐसे वक्त में आया है, जब बीते दिनों ही प्रदेश कार्यसमिति में उनके द्वारा दिए गए बयान चर्चा का विषय बने हुए हैं।

तब उन्होंने अपने संबोधन में संगठन को सरकार से बड़ा बता दिया था. इस बैठक में जेपी नड्डा भी मौजूद थे।

अब इन तमाम राजनीति घटनाक्रम के बीच जेपी नड्डा से उनकी मुलाकात ने सियासी अटकलों को हवा दे दी है।

अब माना जा रहा है कि यूपी बीजेपी में एक बार फिर से जल्द बदलाव हो सकता है. हालांकि संगठन स्तर पर क्या-क्या बदलाव होंगे यह अभी तक तय नहीं हो पाया है।

डिप्टी सीएम ने अपने बयान में कहा था कि संगठन सरकार से बड़ा है, संगठन से बड़ा कोई नहीं है।

हर एक कार्यकर्ता हमारा गौरव है. भले ही 2024 के चुनाव परिणाम हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे लेकिन, 2027 में बीजेपी फिर से अपने सामर्थ्य को जोड़कर विपक्षी दलों को पराजित करेगी।

भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हमेशा सबसे ऊपर हैं. वो सरकार से भी बड़े हैं. बड़े थे और बड़े ही रहेंगे ।

 

Share This Article