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केदारघाटी में 16 दिन बाद भी SDRF का रेस्क्यू जारी,, मलबे में दबे तीन शवों को निकाला

UTTARAKHAND : यात्रा मार्ग पर स्थित लिंचोली में गुरुवार को मलबे में दबे 3 शव मिलने की सूचना मिली। कुछ मजदूरों ने SDRF को जानकारी दी कि उन्हें मलबे में शव दिखाई दे रहे हैं। एसआई प्रेम सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम ने तुरंत घटनास्थल पर पहुँचकर सर्चिंग …

By Hindi News 24x7 - News Editor
Last Updated: 16 Aug, 2024
केदारघाटी में 16 दिन बाद भी SDRF का रेस्क्यू जारी,, मलबे में दबे तीन शवों को निकाला

UTTARAKHAND : यात्रा मार्ग पर स्थित लिंचोली में गुरुवार को मलबे में दबे 3 शव मिलने की सूचना मिली।

कुछ मजदूरों ने SDRF को जानकारी दी कि उन्हें मलबे में शव दिखाई दे रहे हैं। एसआई प्रेम सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम ने तुरंत घटनास्थल पर पहुँचकर सर्चिंग अभियान चलाया और शवों को निकालकर जिला पुलिस को सौंप दिया।

पुलिस द्वारा शवों की शिनाख्त की जा रही है।

बादल फटने की घटना

31 जुलाई की रात हुई अतिवृष्टि के कारण, कई स्थानों पर केदारनाथ पैदल मार्ग को भारी क्षति पहुँची थी। आशंका है कि लिंचोली में मिले ये तीन शव उसी दिन हुई घटना के शिकार हो सकते हैं।

पैदल मार्ग पर भारी क्षति

अतिवृष्टि की वजह से भीमबली और लिंचोली के बीच केदारनाथ पैदल मार्ग 13 स्थानों पर बुरी तरह ध्वस्त हो गया।

गौरीकुंड से रामबाड़ा के बीच पैदल मार्ग को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, विशेषकर जंगलचट्टी में। इस क्षेत्र में 50 मीटर तक का मार्ग वॉश आउट हो गया था।

अभी भी जारी है पुनर्निर्माण कार्य

पैदल मार्ग की क्षति के चलते मार्ग को पुनः खोलने में अभी भी समय लग रहा है। हालांकि, हवाई मार्ग से यात्रा सुचारू रूप से चल रही है, जिससे यात्री केदारनाथ की यात्रा कर सकते हैं।

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