बचपन से बोला जा रहा है दन्त कीड़ा का झूठ : आपकी मुस्कान आपकी खूबसूरती पर चार चांद लगाने का काम करती है. लेकिन ये खूबसूरती तब खराब होती है जब दांतों में कीड़े लग जाते हैं. क्या सच में? दांतों में कीड़े लग जाते है! आपने कभी इस बारे में सोचा है. हम सभी बचपन से सुनते आए हैं कि ज्यादा मीठा मत खाओ दांत में कीड़ा लग जाएगा. लेकिन ये वो झूठ है जो हम सभी को बचपन से बोला जा रहा है जिस पर आज तक हम ही क्या कई लोग यकीन करते हैं. बच्चे हो या बुजुर्ग, दांतों में कीड़ा लगने की समस्या कॉमन है. तो चलिए आज खोजी नारद की इस रिपोर्ट में जानते हैं कि आखिर ये दांतों की कीड़ा कैसे लगता है और क्या है इसकी सच्चाई।
दांतों में कीड़ा लगने का सच
आपको बता दें कि हमारे दांतों पर अलग-अलग परत होती है, जिसमें सबसे बाहरी लेयर को इनेमल कहते हैं. इसके नीचे डेंटीन और डेंटीन के नीचे पाई जाने वाली नस को पल्प कहा जाता है. जब इनेमल नष्ट होने लगती है तो दांतो पर छोटे-छोटे छेद होने लगते हैं जिसमें कैविटी जमा होती है और इसी को कीड़ा लगना कहा जाता है।
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दांतों में कीड़ा लगने की वजह
जब आप किसी भी तरह की चीज खाते हैं तो दांतों पर प्लेक जमा होने लगता है. हर रोज इसकी सही तरीके से सफाई ना होने पर इसमें बैक्टीरिया बनने लगता है जो दांतों की सतह पर और मसूड़ों के बीच चिपक जाता है. बैक्टीरिया से एसिड बनता है जो दांतों की इनेमल लेयर को नष्ट करने लगती है और दांतो में कीड़ा लगने लगता है।
डेंटल कैविटी के लक्षण जानिए
डेंटल कैविटी के लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं. इनमें दांतों में बिना वजह दर्द हो सकता है, झनझनाहट होना, ठंडा, गर्म पानी या तरल या ठोस पदार्थ का लगना, दांतों में छेद और काले गड्ढे दिखाई देना, दांतों की सतह पर काले, भूरे और सफ़ेद रंग के दाग दिखाई देना, कुछ भी चबाते समय दर्द होना शामिल हैं।