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मुर्गा क्यों बनाते थे मास्टर जी ? ये थी वजह

मुर्गा क्यों बनाते थे मास्टर जी ? ये थी वजह : स्कूल में ऐसा कोई बच्चा नहीं होगा जो मुर्गा नहीं बना होगा। जब भी कोई गलती होती तो टीचर के द्वारा दिया जाने वाला सबसे पसंदिता सजा हुआ करता था, जिससे बच्चे काफी परेशान हुआ करते थे। आप सोचते …

By Hindi News 24x7 - News Editor
Last Updated: 29 Jan, 2025
मुर्गा क्यों बनाते थे मास्टर जी ? ये थी वजह

मुर्गा क्यों बनाते थे मास्टर जी ? ये थी वजह :  स्कूल में ऐसा कोई बच्चा नहीं होगा जो मुर्गा नहीं बना होगा। जब भी कोई गलती होती तो टीचर के द्वारा दिया जाने वाला सबसे पसंदिता सजा हुआ करता था, जिससे बच्चे काफी परेशान हुआ करते थे।  आप सोचते होंगे कि मुर्गा बनना कितनी शर्म की बात है वो भी पूरी क्लास के सामने, लेकिन ये सोचने से पहले अब आपको ये बात जाननें चाहिए क्योंकि मुर्गा बनना भी योग का एक आसन है जिसे मुर्गासन के नाम से भी जाना जाता है। यह शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है और इसका स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है।

याद करिए… पहले का वो समय… जब स्कूल में गलती होने पर मुर्गा बनने की सजा दी जाती थी. बचपन में आपको भी कभी न कभी मुर्गा बनने की सजा जरूर मिली होगी. भले ही टीचर से मिली हो या माता-पिता से. उस समय हम मुर्गा बनना शर्म की बात मानते थे. लेकिन आपको बता दूं कि, मुर्गा बनना योग की ही एक क्रिया है. जिसे मुर्गासन या मुर्गा आसनात्मक क्रिया कहा जाता है. यह सेहतमंद रहने के लिए योग की जरूरी क्रियाओं में से एक है. सामान्यतौर पर बेशक इसे सजा या तालीम माना जाता हो, लेकिन इसके फायदे जान आप हैरान रह जाएंगे. अब सवाल है कि आखिर मुर्गा बनने की क्रिया के फायदे क्या हैं? क्या है मुर्गासन करने की सही विधि? कितने समय के लिए करें मुर्गासन?

स्कूलों में मुर्गा बनाने के पीछे था सेहत का फंडा

मुर्गासन करने से आपके शरीर को रक्त संचार सही होता है। इसे करने से पीठ की मांसपेशियां में खिंचाव उत्पन्न होता है जो शरीर के रक्त संचार को बढ़ाता है, जिससे शरीर स्वस्थ रहता है।

आंखों के लिए फायदेमंद

मुर्गासन करने से आंखों को बेहद लाभ पहुंचता है। मुर्ग आसन को रोज करने से आंखें ठीक रहती हैं, क्योंकि इससे आंखों के आसपास ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है। जिनकी आंखो में ज्यादा परेशानी होती है, उन्हें रोजाना कुछ देर मुर्गासन करना चाहिए। यह आंखों को ठीक करने के लिए बेहद प्रभावी रहता है। साथ ही इसे करने से दिमाग भी शांत रहता है।

माइग्रेन में लाभकारी : एक्सपर्ट के मुताबिक, रोज मुर्गासन आंखों के साथ-साथ माइग्रेन के लिए भी लाभकारी है. बता दें कि, इस क्रिया को करने से मांसपेशियों में खिंचाव होता है. जिससे शरीर में लचीलापन बना रहता है।

वायु निष्कासन : एक्सपर्ट के मुताबिक, मुर्गासन करने से वायु निष्कासन में बहुत फायदा होता है. शरीर से वायु का अच्छा संचार रहता है तो शरीर भी स्वस्थ रहता है और बीमारियों को नहीं पकड़ता है।

रक्त संचार ठीक करे : मुर्गासन करने से आपके शरीर को रक्त संचार सही होता है. इसे करने से पीठ की मांसपेशियां में खिंचाव उत्पन्न होता है जो शरीर के रक्त संचार को बढ़ाता है जिससे शरीर स्वस्थ रहता है।

सोचने की शक्ति बढ़ाए : मुर्गासन हमारी सोचने की क्षमता को बढ़ाता है. इसीलिए टीचर हमें मुर्गा बनाते हैं ताकि इस मुर्गा आसन से विद्यार्थियों की मानसिक क्षमता बढ़ें और वे जीवन में अपने उद्देश्य पा सकें।

चेहरे पर कसावट लाए : मुर्गासन करने से करने से चेहरे में रक्त का प्रवाह होता है और चेहरे के तेज में वृद्धि होती है. यह आपको फुर्तीला दिखाता है, और आपके चेहरे पर चमक बरकरार रखता है।

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