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आखिर क्यों रो पड़े मुख्यमंत्री !

आखिर क्यों रो पड़े मुख्यमंत्री ! : प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला के दौरान बीती रात एक दुखद घटना घटी, जिसमें भगदड़ के कारण 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए. यह घटना संगम नोज पर तब हुई, जब लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या पर पवित्र …

By Hindi News 24x7 - News Editor
Last Updated: 30 Jan, 2025
आखिर क्यों रो पड़े मुख्यमंत्री !

आखिर क्यों रो पड़े मुख्यमंत्री ! : प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला के दौरान बीती रात एक दुखद घटना घटी, जिसमें भगदड़ के कारण 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए. यह घटना संगम नोज पर तब हुई, जब लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या पर पवित्र स्नान के लिए तट पर एकत्रित हो रहे थे. इस घटना पर दुख जताते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की है.महाकुंभ भगदड़ पर बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ की आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने इस घटना को दिल दहला देने वाला बताया और कहा, “हम उन सभी परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया.”सीएम ने यह भी कहा कि राज्य सरकार मेला प्राधिकरण, पुलिस, प्रशासन और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क में है और आवश्यक कदम उठाए गए हैं।

कुम्भ हादसे पर भावुक हुए सीएम योगी

सीएम योगी ने घटना की जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन की घोषणा की. इस आयोग को समय सीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपनी होगी. उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव और डीजीपी खुद प्रयागराज का दौरा करेंगे और स्थिति का गहराई से निरीक्षण करेंगे। सीएम योगी ने बताया कि घटना के बाद से 36 घायलों का इलाज प्रयागराज में जारी है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ की वजह से अखाड़ा मार्ग की बैरिकेडिंग टूट गई, जिससे यह हादसा हुआ।

भीड़ से मची थी भगदड़- प्रत्यक्षदर्शी

कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना के बाद योगी सरकार की व्यवस्थाओं की सराहना की. गोपालगंज, बिहार से आई कुमकुम श्रीवास्तव ने कहा, “सरकार ने व्यवस्था बहुत अच्छे से की थी, लेकिन हादसे के लिए भारी भीड़ और कुछ श्रद्धालुओं की लापरवाही जिम्मेदार है.” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बार-बार कह रही थी कि श्रद्धालु निर्धारित स्थानों पर स्नान करें, लेकिन कुछ लोग संगम नोज पर भीड़ लगा रहे थे, जो इस घटना का कारण बना।

प्रशासन की ओर से घटनास्थल पर NDRF, SDRF और अन्य सुरक्षा एजेंसियां तैनात की गई थीं. सीएम योगी ने बताया कि कल शाम 7 बजे से ही श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचने शुरू हो गए थे, लेकिन अचानक बढ़ी हुई भीड़ के कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी.इस हादसे ने हर किसी को मर्माहत कर दिया, और योगी सरकार ने अपनी तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इस घटना की जांच जल्द पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है।

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला के दौरान बीती रात एक दुखद घटना घटी, जिसमें भगदड़ के कारण 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए. यह घटना संगम नोज पर तब हुई, जब लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या पर पवित्र स्नान के लिए तट पर एकत्रित हो रहे थे.इस घटना पर दुख जताते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की है. महाकुंभ भगदड़ पर बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ की आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने इस घटना को दिल दहला देने वाला बताया और कहा, “हम उन सभी परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया.”सीएम ने यह भी कहा कि राज्य सरकार मेला प्राधिकरण, पुलिस, प्रशासन और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क में है और आवश्यक कदम उठाए गए हैं।

कुम्भ हादसे पर भावुक हुए सीएम योगी

सीएम योगी ने घटना की जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन की घोषणा की. इस आयोग को समय सीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपनी होगी. उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव और डीजीपी खुद प्रयागराज का दौरा करेंगे और स्थिति का गहराई से निरीक्षण करेंगे। सीएम योगी ने बताया कि घटना के बाद से 36 घायलों का इलाज प्रयागराज में जारी है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ की वजह से अखाड़ा मार्ग की बैरिकेडिंग टूट गई, जिससे यह हादसा हुआ।

भीड़ से मची थी भगदड़- प्रत्यक्षदर्शी

कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना के बाद योगी सरकार की व्यवस्थाओं की सराहना की. गोपालगंज, बिहार से आई कुमकुम श्रीवास्तव ने कहा, “सरकार ने व्यवस्था बहुत अच्छे से की थी, लेकिन हादसे के लिए भारी भीड़ और कुछ श्रद्धालुओं की लापरवाही जिम्मेदार है.” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बार-बार कह रही थी कि श्रद्धालु निर्धारित स्थानों पर स्नान करें, लेकिन कुछ लोग संगम नोज पर भीड़ लगा रहे थे, जो इस घटना का कारण बना।

प्रशासन की ओर से घटनास्थल पर NDRF, SDRF और अन्य सुरक्षा एजेंसियां तैनात की गई थीं. सीएम योगी ने बताया कि कल शाम 7 बजे से ही श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचने शुरू हो गए थे, लेकिन अचानक बढ़ी हुई भीड़ के कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी.इस हादसे ने हर किसी को मर्माहत कर दिया, और योगी सरकार ने अपनी तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इस घटना की जांच जल्द पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है।

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