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क्या पाकिस्तान भारत के सामने टिक पाएगा?

क्या पाकिस्तान भारत के सामने टिक पाएगा? : दोनों देशों के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी में कितना अंतर है. जीडीपी किसी भी देश की आर्थिक हालत को जानने-समझने का एक आंकड़ा है जो उस देश की आर्थिक गतिविधियों का कुल आकार यानी साइज बताती है. भारत और पाकिस्तान की …

By Hindi News 24x7 - News Editor
Last Updated: 01 May, 2025
क्या पाकिस्तान भारत के सामने टिक पाएगा?

क्या पाकिस्तान भारत के सामने टिक पाएगा? :  दोनों देशों के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी में कितना अंतर है. जीडीपी किसी भी देश की आर्थिक हालत को जानने-समझने का एक आंकड़ा है जो उस देश की आर्थिक गतिविधियों का कुल आकार यानी साइज बताती है. भारत और पाकिस्तान की जीडीपी में शुरू से ही काफी अंतर रहा है.पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ एक बड़ा टकराव मोल ले लिया है वो भी एक ऐसे वक्त में जब पाकिस्तान की माली हालत बहुत खराब है. महंगाई चरम पर है और लोग बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इतना ही नहीं भारत ने हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों और उन्हें समर्थन देने के लिए जिम्मेदार पाकिस्तानियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का फैसला किया है. कार्रवाई कब, कहां और कैसे होगी इसका फैसला भारत ने सेना पर छोड़ दिया है।

ऐसे में ये सवाल उठ रहा है कि पाकिस्तान की जो आर्थिक हालत है उसमें अगर युद्ध होता है तो वो भारत के सामने कितना टिक पाएगा. पाकिस्तान के पास बमुश्किल दो महीने के आयात के लिए भी पैसा नहीं है. ऐसे में आज हम तुलना करेंगे भारत और पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति की. जिसमें पाकिस्तान कहीं टिकता नहीं दिख रहा है. सबसे पहले बात करते हैं कि दोनों देशों के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी में कितना अंतर है. जीडीपी किसी भी देश की आर्थिक हालत को जानने-समझने का एक आंकड़ा है जो उस देश की आर्थिक गतिविधियों का कुल आकार यानी साइज बताती है।

भारत और पाकिस्तान की जीडीपी में शुरू से ही काफी अंतर रहा है. 1980 में पाकिस्तान की जीडीपी 38.62 अरब डॉलर थी और भारत की 186.17 अरब डॉलर. समय के साथ ये अंतर बढ़ता चला गया और आज यही अंतर दस गुना से भी ज्यादा हो चुका है. 2024 में पाकिस्तान की जीडीपी जहां करीब 373 अरब डॉलर थी. वहीं 2024 में भारत की जीडीपी 3910 अरब डॉलर हो चुकी थी. जो अब सवा चार हजार अरब डॉलर से ऊपर हो चुकी है और IMF द्वारा अप्रैल 2025 में जारी World Economic Outlook के मुताबिक भारत जीडीपी के मामले में दुनिया में पांचवें से चौथे स्थान पर आ चुका है. जापान को उसने पीछे छोड़ दिया है जबकि पाकिस्तान 43वें स्थान पर है।

जीडीपी का विकास किस तेजी से हो रहा है ये भी किसी देश की आर्थिक बेहतरी का संकेत देता है. बताता है कि उस देश में आर्थिक गतिविधियां किस तेजी से बढ़ रही हैं. इस लिहाज से भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रहा है. 2024-25 में भारत की जीडीपी विकास दर 6.5% रही जबकि पाकिस्तान की महज 2.5% रही. जबकि इससे पहले के साल पाकिस्तान की जीडीपी विकास दर शून्य से नीचे चली गई थी. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF ने पाकिस्तान को उबारने के लिए कर्ज दिया जिससे उसकी अर्थव्यवस्था में कुछ जान आई है. इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब ने भी पाकिस्तान को उबारने के लिए कर्ज दिया है लेकिन ये कर्ज चुकाना भी होता है जो पाकिस्तान के लिए बड़ी मुश्किल बना हुआ है. पाकिस्तान कर्ज के बड़े जाल में फंस चुका है।

पाकिस्तान की जीडीपी की तुलना भारत से तो नहीं की जा सकती लेकिन एक अनुमान के लिए हम उसकी तुलना भारत की सबसे बड़ी कंपनी से कर सकते हैं. 2024 में मार्केट कैपिटल के हिसाब से टाटा ग्रुप सबसे बड़ी कंपनी थी जिसका मार्केट कैपिटल 400 अरब डॉलर था जबकि उसकी तुलना में पूरे पाकिस्तान की जीडीपी कम थी. मह़ज 373 अरब डॉलर. पाकिस्तान की जीडीपी की तुलना को और बेहतर समझने के लिए एक और उदाहरण- भारत के सभी राज्यों में सबसे ज्यादा जीडीपी महाराष्ट्र की है. 2024 में महाराष्ट्र की जीडीपी 439 अरब डॉलर रही जो पाकिस्तान की 373 अरब डॉलर की जीडीपी से 66 अरब डॉलर ज्यादा थी।

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