गर्मियों में कसोल नहीं घूमा तो पछताओगे : जब भी बात होती है पहाड़ों में सुकून तलाशने की तो मन सबसे पहले हिमाचल की वादियों की ओर भागता है। ऐसे में क्या आपको पता है कि इन्हीं खूबसूरत वादियों में ही बसा है एक छोटा-सा हिल स्टेशन जिसे लोग प्यार से “Mini-Israel” भी कहते हैं। आइए जानें हम किस हिल स्टेशन की बात कर रहे हैं और यह क्यों खास है। क्या आपने कभी सोचा है कि एक ऐसी जगह हो, जो भारत में तो हो लेकिन बिल्कुल अलग ही दुनिया से लगे? जहां आप पहाड़ों की ठंडी हवाओं में खो जाएं और साथ ही इजरायली संस्कृति का भी अनुभव ले सकें। जी हां, हम बात कर रहे हैं कसोल की, जिसे आज Mini-Israel के नाम से भी जाना जाता है।
यह छोटा-सा हिल स्टेशन, जो हिमाचल प्रदेश की वादियों में छिपा हुआ है, अपने अनोखे आकर्षण और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए दुनियाभर में फेमस है। अगर आप भी प्रकृति के करीब जाना चाहते हैं और अपनी जिंदगी के सबसे शांति भरे पल जीना चाहते हैं, तो कसोल आपके लिए एक बेहतरीन डेस्टिनेशन है इस खूबसूरत जगह पर कदम रखते ही आपको ऐसा लगेगा जैसे आप किसी जादुई दुनिया में कदम रख चुके हैं।
क्यों कहा जाता है कसोल को Mini-Israel?
कसोल में आते ही सबसे पहले जो चीज आपको अलग लगेगी, वो है यहां की इजरायली संस्कृति की झलक। आपको यहां इजरायली कैफे, हिब्रू में लिखे बोर्ड्स और विदेशी पर्यटकों की भरमार दिखेगी। दरअसल, इजरायल से हजारों पर्यटक हर साल भारत घूमने आते हैं, और उनमें से बड़ी संख्या में लोग कसोल का रुख करते हैं। धीरे-धीरे यहां उनकी एक अलग सी दुनिया बस गई है- इसीलिए इसे “Mini-Israel” कहा जाने लगा।
कहां है कसोल और कैसे पहुंचे?
कसोल, हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित है और यह मनाली से लगभग 75 किलोमीटर दूर है। सबसे नजदीकी Bhuntar Airport है, जो कि कसोल से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां से आप टैक्सी या लोकल बस के जरिए कसोल पहुंच सकते हैं। वहीं, अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं, तो पठानकोट सबसे नजदीकी बड़ा रेलवे स्टेशन है। वहां से बस या टैक्सी लेकर आप कसोल पहुंच सकते हैं।
कसोल में क्या-कुछ है खास?
कसोल के बीचों-बीच बहती पार्वती नदी का शांत और सुकूनभरा बहाव, आपकी थकान पल भर में उतार देगा। इसके किनारे बैठकर किताब पढ़ना, ध्यान लगाना या बस यूं ही प्रकृति को निहारना- एक अलौकिक अनुभव होता है। अगर आप एडवेंचर लवर हैं, तो कसोल से आप टोश, मणिकरण और खीरगंगा जैसी जगहों के लिए ट्रेकिंग कर सकते हैं। खीरगंगा में प्राकृतिक गर्म पानी के कुंड में नहाना एक यादगार अनुभव होता है। कसोल में आपको कुछ बेहतरीन कैफे भी मिलेंगे, जहां भारतीय खाने के साथ-साथ आप इजरायली डिशेज जैसे शाकशुका, फलाफल, हुमस और पिटा ब्रेड का स्वाद ले सकते हैं।
कसोल में घूमते हुए आप स्थानीय लोगों से बातचीत कर सकते हैं, उनके बनाए ऊनी कपड़े, लकड़ी की मूर्तियां और अन्य हैंडीक्राफ्ट भी खरीद सकते हैं। कसोल में आपको हर बजट के अनुसार होटल और गेस्ट हाउस मिल जाएंगे। बैकपैकर हॉस्टल से लेकर रिवर-साइड कॉटेज तक, यहां की हर जगह सुकून देती है। कसोल सालभर घूमने के लिए बेहतरीन जगह है, लेकिन मार्च से जून और फिर अक्टूबर से नवंबर के बीच यहां का मौसम सबसे अच्छा होता है। सर्दियों में बर्फबारी भी देखने को मिलती है, पर अक्सर तापमान बहुत नीचे चला जाता है।